कमलेश तिवारी एक भारतीय राजनीतिज्ञ थे। वह 2017 में हिंदू समाज पार्टी की स्थापना किये थे। इसके अलावा, कमलेश तिवारी समाचार पत्र के शीर्षक बन गए थे क्योंकि जब उन्होंने मुहम्मद पर एक विवादित बयान दिया, तो इस्लाम धर्म वालो को बहुत बुरा लगा और उन्होंने उन पर आपत्ति जताई। तो चलिए दोस्तों जानते हैं, कमलेश तिवारी जीवनी, आयु, पत्नी, बच्चे, करियर और परिवार के बारे में विस्तार से।
कमलेश तिवारी की जीवनी
कमलेश तिवारी का जन्म 1974 को लखनऊ, उत्तर प्रदेश, भारत के एक हिंदू परिवार में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने घर-शहर से पूरी की है। वे बचपन से ही राजनीति में बहुत रुचि रखते थे। 2012 में कमलेश ने लखनऊ से उत्तरप्रदेश के विधान सभा का चुनाव लड़ा, लेकिन वह हार गए। जब 2015 में, उन्होंने पैगम्बर साहब पर एक बयान दिया तो हजारों मुसलमानो को बुरा लगा और उन्होंने विरोध में कमलेश तिवारी को मृत्य दंड देने की मांग की।
बाद में, उन्होंने यह भी दावा किया कि वह हिंदू महासभा के अध्यक्ष थे, लेकिन यह दावा हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि द्वारा विवादित था की वह सच में हिन्दू महासभा के अध्यक्ष हैं की नहीं। बाद में उन्होंने 2017 में हिंदू महासभा छोड़ दी और जनवरी 2017 में हिन्दू समाज पार्टी की स्थापना की।
इसके अलावा, 2019 में, कमलेश तिवारी ने फैजाबाद से भारतीय आम चुनाव के लिए चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। 18 अक्टूबर 2019 को, तिवारी की हत्या दो हमलावरों ने भगवा रंग के कपड़े में की थी। जब वह अपने घर पर थे तो यह घटना नाका हिंडोला के खुर्शीदबाग इलाके में उनके आवास पर दिन के उजाले में उनको गोली मार दी गई थी।
बाद में, उन्होंने यह भी दावा किया कि वह हिंदू महासभा के अध्यक्ष थे, लेकिन यह दावा हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि द्वारा विवादित था की वह सच में हिन्दू महासभा के अध्यक्ष हैं की नहीं। बाद में उन्होंने 2017 में हिंदू महासभा छोड़ दी और जनवरी 2017 में हिन्दू समाज पार्टी की स्थापना की।
इसके अलावा, 2019 में, कमलेश तिवारी ने फैजाबाद से भारतीय आम चुनाव के लिए चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। 18 अक्टूबर 2019 को, तिवारी की हत्या दो हमलावरों ने भगवा रंग के कपड़े में की थी। जब वह अपने घर पर थे तो यह घटना नाका हिंडोला के खुर्शीदबाग इलाके में उनके आवास पर दिन के उजाले में उनको गोली मार दी गई थी।
Kamlesh Tiwari Wiki Profile
- पूरा नाम - कमलेश तिवारी
- उपनाम - कमलेश
- पेशे से - राजनेता, सामाजिक सेवा और कार्यकर्ता
- आयु - 45 वर्ष (2019 तक)
- जन्म तिथि - 1969
- मृत्यु की तारीख - 18 अक्टूबर, 2019
- मरने का कारण - हत्या की गई थी।
- वैवाहिक स्थिति - विवाहित
- जन्मस्थान - लखनऊ (उत्तर प्रदेश, भारत)
- गृहनगर - लखनऊ (उत्तर प्रदेश, भारत)
- राष्ट्रीयता - भारतीय।
- लिंग - नर
- जाति - ब्राह्मण जाति
- धर्म - हिंदू धर्म
- हत्या स्थान - लखनऊ में उनका घर
कमलेश तिवारी ऊंचाई, वजन और शारीरिक माप
- ऊंचाई - लगभग 5 फ़ीट 8 इंच
- वजन - लगभग 65 Kg
- बालों का रंग - काला
- आँखों का रंग - काला
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कमलेश तिवारी का करियर
कमलेश तिवारी का जन्म लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था। वे बचपन से ही राजनीति में बहुत रुचि रखते थे। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा अपने गृहनगर के स्थानीय संस्थानों से की है। 2012 में, कमलेश तिवारी ने लखनऊ विधानसभा क्षेत्र से राज्य विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए राजनीति में पहला प्रयास किया। लेकिन वह भारी अंतर से चुनावको हार गए। कमलेश तिवारी सुर्खियों तब आये जब उन्होंने पैगम्बर मुहम्मद साहब पर आपत्तिजनक टिप्पणी की। तब से कमलेश सुर्खियों में रहने लगे।देश भर से हजारों मुसलमानों ने उसका विरोध किया था। उन्होंने सोशल मीडिया पर भड़काऊ टिप्पणियां भी पोस्ट कीं थी जिससे और बात आगे बाद गई थी, बाद में मामला शांत हुआ जब वह गिरफ्तार हो गए। पुलिस ने उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया और उन्हें एक वर्ष की जेल की सजा मिली।
2016 में, इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने उसके खिलाफ NSA को रद्द कर दिया और वह जमानत पर रिहा हो गए। इसके बाद, वह तब सुर्खियों में आये जब उन्होंने खुद को हिंदू महासभा का अध्यक्ष होने का दावा किया। लेकिन बाद में, उनके दावे को हिन्दू महसभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने टपणी करते हुए कहा की ऐसा नहीं है। वह हिन्दू महासभा के अध्यक्ष नहीं हैं। कई महीनों तक इस बात पर विवाद चलता रहा। बाद में 2017 में, कमलेश ने हिंदू महासभा छोड़ दी और जनवरी 2017 में हिंदू समाज पार्टी की स्थापना की।
2019 में, कमलेश तिवारी ने भारतीय आम चुनाव के लिए फैजाबाद से चुनाव लड़ा, लेकिन वे इस चुनाव को हार गए।
कमलेश तिवारी की स्कूली शिक्षा
कमलेश तिवारी ने अपनी प्राथमिक शिक्षा अपने गांव से ही किये थे। इनकी शिक्षा योग्यता Hindi में Post Graduate है।
- हिंदी में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है।
कमलेश तिवारी का परिवार
इनके परिवार की और जानकारी हमें जैसे ही मिलेगी हम जल्द अपडेट करेंगे।
कमलेश तिवारी का पैगम्बर मुहम्मद पर टिप्पणी
2 दिसंबर 2015 को, समाजवादी पार्टी के एक राजनेता आज़म खान ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य समलैंगिक हैं और इसीलिए वे शादी नहीं करते हैं। ये बयान सुनकर कमलेश को अच्छा नहीं लगा और अगले दिन, कमलेश तिवारी ने आजम खान के बयान का बदला लेने के लिए उन्होंने पैगम्बर मुहम्मद को दुनिया में पहला समलैंगिक कहा। इसके बाद मुज़फ़्फ़रनगर में हज़ारों मुसलमानों ने विरोध किया और तिवारी के लिए मृत्युदंड की मांग की।कमलेश तिवारी को उत्तर प्रदेश पुलिस ने 3 दिसंबर 2015 को लखनऊ में गिरफ्तार किया था। उनके बयान के खिलाफ प्रोटेस्ट रैलियां भारत के कई हिस्सों में कई इस्लामी समूहों द्वारा आयोजित की गईं थी, जिनमें से अधिकांश मौत की सजा की मांग कर रहे थे।
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